इमरान खान :-की चेतावनी, कहा- आजादी मार्च में नहीं होगी कोई देरी
By Aajtakkhabar Admin 18 October 2022
Aajtakkhabr: सोमवार को वर्तमान सरकार शाहबाज शरीफ को चेतावनी दे डाली है। इमरान खान ने चेताया कि सरकार विरोधी आजादी मार्च में कोई भी देरी नहीं होगी और रैली की सभी तैयारियां की जा चुकी है। पीटीआइ प्रमुख इमरान खान ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि “अगर सरकार ने अगले आम चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की तो आजादी मार्च अक्टूबर में ही आयोजित किए जाएंगे।इमरान खान ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार विरोधी मार्च में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरेंगे। खान के मुताबिक, वह अभी सरकार को कुछ दिनों का समय दे रहे हैं ताकि वह आम चुनाव पर अपना फैसला सुना सकें। इमरान ने कहा कि “मैं अपने आजादी मार्च को शुरू करने से पहले सरकार को और समय दे रहा हूं।”इस्लामाबाद में एक प्रेस सम्मेलन के दौरान राणा ने कहा कि इमरान खान को सड़कों पर भीड़ इकट्टा करने की आदत है, लेकिन सरकार भी अच्छे से जानती है कि इस रैली को कैसे खत्म करना है। राणा ने आगे कहा कि इमरान खान का ये रवैया राष्ट्र के पक्ष में नहीं है। वह पाकिस्तान में अराजकता फैलाना चाहते हैं।
Edited By: -Sachin lahudkar
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भारत पर रूस-यूक्रेन युद्ध का फ़ायदा उठाने का आरोप लगाया है.यूक्रेन ने कहा, ‘भारत हमारी ज़िंदगियों की कीमत पर ले रहा है रूसी तेल’: प्रेस रिव्यू BBC
Aajtakkhabar: bbc News ,अंग्रेजी अख़बार द टेलीग्राफ़ में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक़, कुलेबा ने भारत की ओर से इसे ‘यूक्रेन युद्ध’ कहने पर भी सवाल उठाया है.
उन्होंने कहा कि जब भारत को ‘हमारे दुख-दर्द’ से लाभ हो रहा है तो वो कम से कम इतना तो कर ही सकता है कि वो हमें देने वाली मदद को बढ़ा दे.
भारत सरकार इस साल 24 फ़रवरी को रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में मानवीय सहायता उपलब्ध करा रही है.
कुलेबा ने भारत को लेकर ये बात भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आने के बाद कही है.
जयशंकर ने एक बार फिर कहा है कि भारत अभी भी यूरोपीय संघ की तुलना में काफ़ी कम मात्रा में रूसी तेल ख़रीद रहा है.
कुलेबा ने कहा, “सिर्फ़ यूरोपीय संघ पर उंगली उठाते हुए ये कहना पर्याप्त नहीं है कि ‘देखिए, वो भी तो यही कर रहे हैं’ क्योंकि भारत को सस्ते दामों पर रूसी तेल ख़रीदकर पैसे बचाने का जो अवसर मिला है, वो इसलिए नहीं है कि यूरोपीय संघ भी रूस से तेल ख़रीद रहा है. ये इस वजह से है क्योंकि यूक्रेनी लोग रूसी युद्ध की वजह से परेशान हो रहे हैं और मर रहे हैं.”
भारत ने अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से सस्ती दरों पर उपलब्ध रूसी तेल का आयात बढ़ा दिया है.
हालांकि, यूक्रेन में जारी युद्ध को लेकर भारत का रुख़ चिंता से भरा रहा है.
द हिंदू में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक़, संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने मंगलवार को यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग में कहा है कि भारत लगातार संवाद शुरू करने की दिशा में बढ़ने की बात कर रहा है.
उन्होंने कहा, “भारत ये कहता आया है कि हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए. भारत ने दोनों पक्षों से कूटनीति और संवाद की ओर बढ़ने की अपील की है. और लगातार कहा है कि वह संघर्ष ख़त्म करने के लिए सभी तरह के कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन करता है.”