पॉलिटिक्स

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समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। 

  • Aajtakkhabar:UP के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आज (10 अक्टूबर) सुबह 8:15 बजे उन्होंने अंतिम  सांस लीं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निधन की पुष्टि करते हुए कहा, मेरे आदरणीय पिजा जी और सबके नेता जी नहीं रहे। मुलायम सिंह यादव को 22 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ और लो ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था और 1 अक्टूबर की रात को आईसीयू में शिफ्ट किया गया था, जहां एक डॉक्टरों का  एक पैनल उनका इलाज कर रहा था।
  • Edited By:Sachin Lahudkar

आपला पक्ष लोकशाही व मतस्वातंत्र्याचा आग्रही असेल.-गुलाम नबी आझाद

Aajtakkhabar:त्याच बरोबर आपल्या पक्षाची विचारसरणी म. गांधी यांच्या आदर्शवादावर आधारलेली आहे, असे आझाद यांनी सांगितले. आपल्या पक्षाची अन्य कोणत्याही राजकीय पक्षाशी स्पर्धा नसेल. आपले लक्ष्य जम्मू व काश्मीरमध्ये शांतता प्रस्थापित करणे व येथील जनजीवन सुरळीत होईल याकडे असेल असे आझाद यांनी पत्रकार परिषदेत सांगितले.

२६ ऑगस्टला आझाद यांनी काँग्रेस पक्षाचा त्याग केला होता. त्याच्या नंतर काश्मीर खोऱ्यातल्या अनेक काँग्रेस नेत्यांनी, कार्यकर्त्यांनी आझाद यांच्यासोबत जाण्याची घोषणा केली. आझाद यांना राज्यातील दोन डझन काँग्रेस नेत्यांचा व माजी उपमुख्यमंत्री तारा चंद यांचा पाठिंबा आहे.

Edited by: Sachin Lahudkar

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज 33वां दिन है।

तमिलनाडु से शुरू हुई यात्रा अब कर्नाटक पहुंच गई है। सोमवार को कांग्रेस राहुल गांधी ने तुमकुर जिले के पोचकट्टे से यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।बता दें, गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी  भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं।  इस दौरान वह अपने बेटे राहुल गांधी के साथ पैदल भी चलीं थी। राहुल की सोनिया गांधी के साथ एक तस्वीर भी वायरल हुई थी, जिसमें वे अपने मां के जूते के फीते बांधते दिखाई दे रहे हैं।कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 7 सिंतबर को हुई थी। ये पदयात्रा पांच महीनों में 12 राज्यों को कवर करेगी। यात्रा ने 30 सितंबर को अपने कर्नाटक चरण में प्रवेश किया है। यह पदयात्रा 21 दिनों के लिए कर्नाटक के दौरे पर रहेगी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत शनिवार रात कानपुर पहुंच गए।

Aajtakkhabar:तीन दिवसीय प्रवास के पहले दिन रविवार को वह नानाराव पार्क में वाल्मीकि समाज के लोगों को संबोधित करेंगे। इससे पूर्व स्वयंसेवकों के पथ संचलन का निरीक्षण करेंगे। शाम को वीएसएसडी कालेज में पूर्व प्राचार्यों और शिक्षकों के सम्मान समारोह में हिस्सा लेंगे।आजाद नगर स्थित दीनदयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय और वीएसएसडी कालेज में छह से 10 अक्टूबर तक आयोजित संघ के उत्तर भारत के पहले स्वर संगम घोष शिविर में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख नई दिल्ली से रात 9:48 बजे हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस से सेंट्रल स्टेशन पहुंचे। वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय में विश्राम करेंगे। रविवार सुबह नौ बजे सर संघचालक पहले स्वयंसेवकों के पथ संचलन में शामिल होंगे। इस दौरान घोष वादकों के प्रदर्शन को भी देखेंगे। सुबह 11 बजे नानाराव पार्क में महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह आयोजन समिति व सामाजिक समरसता मंच के कार्यक्रम में शामिल होकर देश को सामाजिक समरसता का संदेश देंगे। यहां एक बजे तक का उनका कार्यक्रम है। इसके बाद वह संघ पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे। शाम साढ़े पांच बजे संघ प्रमुख वीएसएसडी कालेज के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होंगे। 10 अक्टूबर को शाम चार बजे वह शिविरार्थियों व स्वयंसेवकों के कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होंगे।

Edited By:Sachin Lahudkar

अध्‍यक्ष पद के लिए गहलोत को छोड़नी होगी सीएम की कुर्सी..!

Aajtakkhabar:नई दिल्‍ली, ऑनलाइन डेस्‍क। अधिसूचना जारी होने के साथ कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव का बिगुल बज गया है। वरिष्ठ नेता शशि थरूर और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उम्‍मीदवार के तौर पर उतरने के संकेतों के बाद इस बात की पुख्‍ता संभावना है कि 22 साल बाद कांग्रेस के अध्‍यक्ष का चयन चुनाव के जरिये होगा। इस बीच राहुल गांधी राहुल की ओर से संकेत दिया गया है कि पार्टी उदयपुर घोषणापत्र पर आगे बढ़ते हुए ‘एक व्‍यक्ति, एक पद’ के फॉर्मूले पर आगे बढ़ेगी।

गहलोत के बयान से भी मिल रहे संकेत

गहलोत ने भी पार्टी हाईकमान के संकेतों के सुर में सुर मिलाया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक गहलोत का कहना है कि पार्टी का जो फैसला होगा, उसे वह स्‍वीकार करेंगे। गहलोत सोनिया गांधी के विश्‍वास पात्र माने जाते हैं। अशोक गहलोत ने बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। सूत्रों की मानें तो अशोक गहलोत लगातार पार्टी के शीर्ष नेताओं के संपर्क में बने हुए हैं। संकेत साफ हैं कि गहलोत अध्‍यक्ष पद के चुनाव में उम्‍मीदवार के तौर पर उतर सकते हैं।

राहुल ने किया बड़ा इशारा 

दरअसल राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि जो भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने, उसे यह याद रखना होगा कि वह एक विचारधारा और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करेगा। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल ने कहा- हमने उदयपुर में जो फैसला किया था, वह कांग्रेस की प्रतिबद्धता है। राहुल ने उम्मीद जताई कि पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर भी यह प्रतिबद्धता बरकरार रहेगी। सनद रहे कांग्रेस ने बीते दिनों उदयपुर में आयोजित बैठक में एक व्यक्ति, एक पद के फॉर्मूले को लेकर एक घोषणा पत्र जारी किया था।

Edited By:Sachin Lahudkar