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हिंडनबर्ग रिपोर्ट से मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया।

Aajtakkhabar: नई दिल्ली, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट निवेशकों की सुरक्षा के लिए नियामक तंत्र से संबंधित समिति के गठन पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था।हिंडनबर्ग रिपोर्ट से उत्पन्न मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया। सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एएम सप्रे इस समिति के अध्यक्ष होंगे।सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि समिति स्थिति का समग्र आकलन करेगी और निवेशकों को जागरूक करने के उपाय सुझाएगी।

एक्सपर्ट कमेटी में सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एएम सप्रे के साथ ही ओपी भट्ट, केवी कामथ, नंदन नीलेकणि, जस्टिस देवधर और सोमशेखर सुंदरेसन शामिल हैं।

सेबी और जांच एजेंसियां ​​विशेषज्ञ पैनल का समर्थन करेंगी। सर्वोच्च न्यायालय ने हालिया शेयर दुर्घटना की जांच के लिए समिति गठित करने का आदेश दिया है।कमेटी शेयर बाजार में आई गिरावट के कारणों की जांच करेगी और भविष्य के लिए सुझाव देगी।गौतम अदाणी ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हुए एक ट्वीट शेयर किया है। उन्होंने ट्वीट में कहा, “अदाणी समूह माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करता है। यह समयबद्ध तरीके से अंतिम रूप लाएगा और सत्य की जीत होगी।”

अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में केन्द्र द्वारा सीलबंद कवर सुझाव को मानने से इनकार कर दिया था।

मुख्य न्यायाधीश डी.वाई चंद्रचूड़ के सुनावई के दौरान कहा था कि वह सीलबंद कवर के सुझाव को स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वे पूरी पारदर्शिता चाहते हैं।दरअसल, पिछले महीने अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट आई थी।

24 जनवरी की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में समूह द्वारा स्टॉक में हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया। हालांकि, अदाणी समूह ने 29 जनवरी को 413 पन्नों की एक लंबी रिपोर्ट में कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट किसी विशिष्ट कंपनी पर हमला नहीं, बल्कि भारत की विकास गाथा पर हमला बताया था।

Edited By: Sachin Lahudkar

CEC-EC की नियुक्ति प्रधानमंत्री विपक्ष के नेता और मुख्य न्यायाधीश की समिति की सलाह पर राष्ट्रपति मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करेंगे। 

Aajtakkhabar :PT। , सुप्रीम कोर्ट ने  चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश की समिति की सलाह पर राष्ट्रपति करेंगे।

न्यायमूर्ति केएम जोसेफ की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने एक सर्वसम्मत फैसले में कहा कि यह नियम तब तक कायम रहेगा, जब तक कि इस मुद्दे पर संसद द्वारा कानून नहीं बना दिया जाता।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर लोकसभा में विपक्ष का नेता नहीं है, तो सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का नेता मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए समिति में होगा।

पीठ ने चुनाव आयुक्तों और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम जैसी प्रणाली की मांग करने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाया।

जस्टिस अजय रस्तोगी, अनिरुद्ध बोस, हृषिकेश रॉय और सीटी रविकुमार की पीठ ने चुनाव प्रक्रिया में शुद्धता पर जोर दिया और कहा कि लोकतंत्र आंतरिक रूप से लोगों की इच्छा से जुड़ा हुआ है। न्यायमूर्ति रस्तोगी, जिन्होंने न्यायमूर्ति जोसेफ द्वारा लिखित मुख्य निर्णय से सहमति व्यक्त की, ने अपने तर्क के साथ एक अलग फैसला सुनाया।

शीर्ष अदालत ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव निस्संदेह निष्पक्ष होना चाहिए और इसकी शुद्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। लोकतंत्र में चुनाव की शुचिता बनाए रखनी चाहिए नहीं तो इसके विनाशकारी परिणाम होंगे।पीठ ने कहा कि चुनाव आयोग को संवैधानिक ढांचे और कानून के दायरे में काम करना चाहिए और वह अनुचित तरीके से काम नहीं कर सकता। चुनाव आयोग, जो प्रक्रिया में स्वतंत्र और निष्पक्ष भूमिका सुनिश्चित नहीं करता है, कानून के शासन के टूटने की गारंटी देता है, जो लोकतंत्र का आधार है।

खंडपीठ ने कहा कि लोकतंत्र नाजुक है और अगर कानून के शासन के लिए ‘जुबानी सेवा’ का भुगतान किया जाता है तो यह गिर जाएगा।

Edited By: Sachin Lahudkar

कोर्ट पंजाब सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने राज्य में अवैध शराब के बड़े पैमाने पर निर्माण और बिक्री पर नाराजगी जताई है। 

Aajtakkhabar;एजेंसी। पंजाब सरकार को राज्य में अवैध शराब के बड़े पैमाने पर निर्माण और बिक्री पर फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि पंजाब में ड्रग्स और शराब की समस्या एक गंभीर मुद्दा है।

कोर्ट ने सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा कि पंजाब सरकार केवल FIR दर्ज कर रही है और आगे की कार्रवाई कुछ नहीं कर रही है।

कोर्ट ने सरकार से अवैध शराब बनाने के खतरे को रोकने के लिए उठाए गए विशिष्ट कदमों की सूची भी बनाने को कही। कोर्ट ने इसके बाद  सीमा सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया। कोर्ट ने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और अगर कोई देश को खत्म करना चाहेगा, तो वह सीमाओं से इसकी शुरुआत करेगा।

Edited By: Sachin Lahudkar

अगर आपके पास वोटिंग कार्ड नहीं है तो जानें कैसे कर सकते हैं वोट।

Aajtakkhabar:गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से 89 पर हुए पहले चरण में 62 फीसद मतदान हुआ है। अब 5 तारीख को दूसरे चरण का मतदान होना है। वहीं इससे एक दिन पहले यानी 4 दिसंबर को दिल्ली के MCD चुनाव हैं। ऐसे में अगर आप भी इन चुनावों में वोटिंग करना चाहते हैं और आपके पास वोटिंग कार्ड नहीं है तो यह खबर आपके काम की है। 

आपको बता दें कि जिन लोगों का नाम चुनाव आयोग के वोटिंग लिस्ट में है, वो वोट डाल सकते हैं। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि अगर उनके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं है तो वे मतदान नहीं कर सकते, लेकिन ऐसा नहीं हैं। हम यहां आपको ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिसके माध्यम से आप बिना वोटिंग कार्ड के मतदान कर सकते हैं।

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इन का इस्तेमाल कर करें वोटिंग

  1. वोटिंग कार्ड न होने पर अगर आपके पास पासपोर्ट है तो आप उससे भी मतदान कर सकते हैं।
  2. ड्राइविंग लाइसेंस होने पर भी आप वोट डाल सकते हैं।
  3. अगर कोई केंद्र या राज्य सरकार का कर्मचारी हैं, तो वो अपने वोटो युक्त आईडी कार्ड की मदद से मतदान कर सकता है।
  4. आधार कार्ड की मदद से भी आप वोट डाल सकते हैं।
  5. पैन कार्ड भी वोटिंग कार्ड न होने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
  6. पोस्ट आफिस या बैंक द्वारा फोटो युक्त पासबुक होने पर भी मतदान किया जा सकता है।
  7. नेशनल पापुलेशन रजिस्टर (NPR) द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड भी काम आ सकता है।
  8. मनरेगा का जॉब कार्ड भी वोटिंग के लिए स्वीकार्य माना जाएगा।
  9. श्रम मंत्रालय द्वारा किसी भी स्कीम के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा कार्ड होने पर भी मतदान किया जा सकता है।
  10. फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज भी वोटिंग के काम आएगा।
  11. विधायक, सांसद, एमएलसी द्वारा जारी अधिकारिक पहचान पत्र भी मतदान में काम आता है।
  12. सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जारी यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड (UDID) भी वोटिंग में इस्तेमाल किया जा सकता हैl

Edited By: Sachin Lahudkar

रवीश ने एनडीटीवी से इस्तीफ़ा दे दिया है और कंपनी ने उनका इस्तीफ़ा तुरंत प्रभाव से लागू करने की गुज़ारिश को स्वीकार लिया.”

एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार ने इस्तीफ़ा दे दिया है. एनडीटीवी ग्रुप की प्रेसिडेंट सुपर्णा सिंह की तरफ़ से वहां के कर्मचारियों को एक मेल भेजा गया जिसमें लिखा है, “रवीश ने एनडीटीवी से इस्तीफ़ा दे दिया है और कंपनी ने उनका इस्तीफ़ा तुरंत प्रभाव से लागू करने की गुज़ारिश को स्वीकार लिया.

रवीश का इस्तीफ़ा प्रणय रॉय और राधिका रॉय के आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर्स के पद से इस्तीफ़ा देने के एक दिन बाद आया है. ये कंपनी एनडीटीवी की प्रमोटर ग्रुप व्हेकिल है. इससे ठीक एक दिन पहले आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड ने अपने इक्विटी शेयर की जानकारी दी थी.

जिसमें से 99.5 फ़ीसदी इक्विटी शेयर विश्व प्रधान कॉमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड के पास हैं, ये वो कंपनी है जिसका अधिग्रहण अडानी ग्रुप की मीडिया कंपनी एएमजीमीडिया नेटवर्क्स ने किया है. इसके साथ ही अडानी ग्रुप के पास अब एनडीटीवी की 29.18 फ़ीसदी हिस्सेदारी है.

रवीश कुमार; (जन्म ५ दिसम्बर १९७४) एक पत्रकार हैं। रवीश एनडीटीवी समाचार नेटवर्क के हिंदी समाचार चैनल ‘एनडीटीवी इंडिया’ में संपादक है, और चैनल के प्रमुख कार्यक्रमों जैसे हम लोग और रवीश की रिपोर्ट के होस्ट रहे हैं। रवीश कुमार का प्राइम टाइम शो के साथ देस की बात भी वर्तमान में काफी लोकप्रिय है

जीवन परिचय
वास्तविक नामरविश कुमार पांडेय
व्यवसायभारतीय टीवी ऐंकर
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि5 दिसंबर 1974
आयु (2016 के अनुसार)42 वर्ष
जन्मस्थानमोतीहारी, बिहार, भारत
राशिधनु
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरमोतीहारी, बिहार, भारत
स्कूल/विद्यालयलॉयला हाई स्कूल, पटना, भारत
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयदेशबंधु कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली, भारत
शैक्षिक योग्यतापत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा
परिवारपिता – नाम ज्ञात नहीं
माता– नाम ज्ञात नहीं
भाई– बृजेश कुमार पांडेय
बहन– ज्ञात नहीं
धर्महिन्दू
जातिब्राह्मण
शौकयात्रा करना, पढ़ना, फिल्में देखना
मनपसंद चीजें
पसंदीदा अभिनेताअमिताभ बच्चन
प्रेम संबन्ध एवं अन्य
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पत्नीनैना दास गुप्ता, (इतिहास की शिक्षिका) Lady Sri Ram College
रविश कुमार की पत्नी नैना दास गुप्ता
बच्चेपुत्र– ज्ञात नहीं
पुत्री– एक
धन संबंधित विवरण
आय
 रविश कुमार

रविश कुमार से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

जिस स्थान पर रविश कुमार का जन्म हुआ (मोतीहारी, बिहार), वह एक ऐतिहासिक शहर है और “पूर्वी चंपारण” नाम से बहुत प्रसिद्ध है।

उनके भाई बृजेश कुमार पांडेय भारतीय कांग्रेस पार्टी के सद्स्य हैं।

उनका विवाह नैना दास गुप्ता से हुआ जो लेडी श्री राम कॉलेज में (इतिहास की शिक्षिका) के रूप में कार्यरत हैं।

भारत के सुप्रसिद्ध न्यूज़ चैनल एनडीटीवी पर “हम लोग “, “रविश की रिपोर्ट”, “प्राइम टाइम” जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के आयोजन से वह बहुत लोकप्रिय हुए।

उन्होंने सूक्ष्म-कथा व कहानियां (Laprek) लिखने की एक अनूठी शैली विकसित की है।

रचनात्मक साहित्य और हिंदी पत्रकारिता में अति महत्वपूर्ण योगदान के लिए रविश कुमार को (Ganesh Sankar Vidyarthi Award 2010) से सम्मानित किया गया।

2013 में, उन्हें सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता के लिए (Ramnath Goenka Excellence) पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

वर्ष 2014 में, रविश ने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ समाचार एंकर के लिए Indian News Television Award जीता।

वर्ष 2016 में, द इंडियन एक्सप्रेस ने उन्हें 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की भारतीय सूची में शामिल किया था

Edited by: Sachin Lahudkar